अब तो यह साफ हो जाना चाहिए कि झूले पर साथ बैठकर पेंगें लगाने से राजनयिक सफलता नहीं मिलती। यदि ऐसा होता तो फिर लद्दाख में जो हुआ, वह हर्गिज नहीं होता। चीन कोई पाकिस्तान नहीं है, जिसके प्रधानमंत्री की उसके सेना प्रमुख के आगे न चलती हो। चीन में तो राष्ट्रपति ही सर्वेसर्वा है […]
Author: रंजन कुमार सिंह
लेखक-पत्रकार-फिल्मकार रंजन कुमार सिंह ने नवभारत टाइम्स से सफर शुरु कर टीवी की दुनिया में कदम बढ़ाया। अनके टीवी कार्यक्रम का निर्माण-निर्देशन करने के साथ ही वह अब तक आठ पुस्तकों की रचना कर चुके हैं, जिनमें से तीन हिन्दी की तथा शेष अंग्रेजी की हैं। देश-विदेश में वह भारतीय कला-संस्कृति तथा भारतीय हिन्दू दर्शन पर व्याख्यान के लिए भी बुलाए जाते रहे हैं। वह अनेक शिक्षा संस्थानों तता अकादमियों से भी जुड़े रहे हैं।
संभावनाओं की मौत
जापान में रहते हुए भी सुशील जैन ने ही पहले पहल हमें बताया – हॉलीवुड एक्टर सुशान्त सिंह राजपूत ने आत्महत्या की। पढ़े पर विश्वास न हुआ और ना ही आँखों के सामने सुशान्त सिंह राजपूत की छवि उभरी। इसी नाम से एक और अभिनेता हैं, बस उनके नाम में राजपूत नहीं लिखा। उन्ही का […]
लॉक डाउन
रंजन कुमार सिंह टूटे चप्पलों के साथ चलना मुश्किल हो गया तो वह बीच सड़क पर ही बैठ गई। सामने उसका मरद दो साल के बच्चे को सिर पर सम्हाले चला जा रहा था। आगे दूर क्षितिज पर कुछ धुंधली आकृतियां दिखाई पड़ रही थीं। वह चाह कर भी उनके साथ कदम से कदम नहीं […]